
मो० तौफीक
बलरामपुर।कोतवाली देहात पुलिस ने चोरी और नकबजनी की वारदातों में शामिल अन्तरजनपदीय गैंग का भंडाफोड़ करते हुए तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात यह रही कि इस गिरोह में एक सोनार भी शामिल था, जो चोरी के सोने के गहनों को गलाकर नेपाल में ऊँचे दामों पर बेच देता था। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देशन में चलाए गए इस विशेष अभियान में अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पाण्डेय व क्षेत्राधिकारी नगर ज्योति श्री के पर्यवेक्षण में थाना कोतवाली देहात प्रभारी निरीक्षक बृजानन्द सिंह मय टीम ने मुखबिर की सूचना पर सेमरहना प्राइमरी स्कूल के पास घेराबंदी कर तीनों आरोपितों को दबोच लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान
अनिल कुमार पुत्र प्रेम कुमार शिल्पकार निवासी गनेशपुर, थाना हर्रैया,प्रेम कुमार पुत्र चुन्नीलाल निवासी गनेशपुर, थाना हर्रैया,राधेश्याम विश्वकर्मा पुत्र मनीराम निवासी विस्कोहर मोड़, थाना गैसडी (जो पेशे से सोनार है)
पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने कबूला कि वे अपने अन्य साथियों के साथ बलरामपुर व आसपास के जनपदों में सुनसान इलाकों में घरों की रेकी कर, खिड़की या ताले तोड़कर चोरी करते थे। चोरी के बाद सोने के गहनों को नेपाल ले जाकर औने-पौने दामों में बेच देते थे। बड़े गहने गिरोह का सदस्य राधेश्याम विश्वकर्मा, जो सोनार का काम करता है, गलाकर नेपाल में महंगे दामों पर बेच देता था।
उन्होंने बताया कि चोरी करने के बाद माल को अलग-अलग ठिकानों पर बांट लेते थे। इस दौरान यदि कोई बड़ा जेवर हाथ लगता तो उसे गलाकर नेपाल ले जाने के लिए राधेश्याम को सौंप देते थे।
बरामद माल में भारी मात्रा में सोना-चाँदी के जेवरात
गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर कुल 12 जोड़ी पायल, 19 बिछिया, 5 सोने की अंगूठियां, 5 माला/लाकेट, 2 प्राचीन सफेद धातु के सिक्के, 1 नारियल व मछली के आकार की सफेद धातु की वस्तुएं, सोने की चैन व नाक कील, साथ ही कुल ₹10,900 नकद बरामद हुए। बरामद पीली धातु मुख्य रूप से सोना है, जिसे नेपाल में बेचने की योजना थी।
यह चोरी का माल बलरामपुर के गुरजीगंज, सिसई, देवीपाटन, तखतरवा, गठियनडीह, कुरथुई, बसहवा, मस्जिदिया डूडूहिया, बनकटवा समेत कई थानों में दर्ज करीब 9 मुकदमों से संबंधित पाया गया।
गिरफ्तार सोनार की भूमिका अहम
सोनार राधेश्याम विश्वकर्मा न केवल चोरी के गहनों को पहचान कर गलाता था, बल्कि उसे नेपाल तक पहुँचाने और वहाँ ऊँचे दामों पर बेचने में भी प्रमुख भूमिका निभाता था।
अभियुक्त प्रेम कुमार का आपराधिक इतिहास भी सामने आया
वर्ष 2012 में थाना हर्रैया पर मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा और वन अधिनियम समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज।
2013 में आबकारी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज हुआ।
गिरफ्तारी में पुलिस व SOG की टीम रही शामिल
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक बृजानन्द सिंह, उपनिरीक्षक शिव कैलाश यादव, अनूप कुमार सिंह समेत को0 विनीत वर्मा, संजय कुमार, सुरेन्द्र कुमार, शुभम साहू व SOG/सर्विलांस प्रभारी उ0नि0 राणा प्रताप सिंह सहित दर्जनों पुलिसकर्मी शामिल रहे।
पुलिस अधीक्षक ने सराहा
पुलिस अधीक्षक बलरामपुर विकास कुमार ने टीम की इस सफलता पर सराहना की तथा आगे भी इसी तत्परता से अपराध नियंत्रण के निर्देश दिए।