
तेरी एक निगाह की बात है,मेरी जिंदगी का सवाल है मेरे ख्वाजा
बड़ी ही शानो शौकत से मनाया गया अजमते मुस्तफ़ा कॉन्फ्रेंस
आलम खान
फैसल खान
कदौरा/जालौन,कस्बे में स्तिथ शाही जामा मस्जिद में आगामी पाक माह रमजान मुबाकर के मौके पर अजमते मुस्तफ़ा कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया पर जिसमें दूर दराज से आये मौलाना ने अपनी तकरीर के दौरान एक दूसरी की मदद करने व दीन के रास्ते मे चलने की नसीहत दी,एवं अपने अपने बच्चों को दीनी तालीम के साथ साथ दुनियाबी तालीम देते की बात कही वही शायरों ने अपनी नात पढ़ खूब वाहवाही लूटी
गौरतलब है कस्बे में स्तिथ शाही जामा मस्जिद में आगामी पाक माह रमजानुल मुबारक के मौके पर एक अजीमोशान जश्न अजमते मुस्तफ़ा कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिससे डेरापुर फफूंद शरीफ औरैय्या से चलकर आये हजरत मुफ़्ती मौलाना अनफासुल हसन चिस्ती ने अपनी तकरीर के दौरान कहा कि ,हम सब को हर इंसान से इन्सानियत से पेस आना चाहिए एक दूसरे के लिये दिल मे हमदर्दी होना चाहिये और दीन के रास्ते मे चलना चाहिए,उन्होंने आगे कहा कि आगामी पाक माह रमजान आ रहा है जो बड़ी ही बरकतों वाला है इस माह में अल्लाह की इबादत के साथ साथ एक दूसरे का सहारा बने अगर कोई परेशान है तो उसका साथ दे किसी की मदद करते बक्त ये न देखे की वो किस धर्म का है बस अपनी इंसानियत पेस करे,उन्होंने बच्चो की शिक्षा पर जोर देते हुये कहा की की अपने अपने बच्चों को खूब पढ़ाये लिखाये जिससे वो आगे चलकर अपना व अपने देश का का नाम रौशन कर सके,कार्यक्रम के अंत मे मां बाप के लिये दुआये करते हुए बताया कि अगर दुनिया मे जन्नत पाना है तो अपने अपने मां बाप की खिज्जम करो तभी जीवन मे खुशिया आयेगी,आयोजन के दौरान डेरापुर फफूंद शरीफ से चलकर आयर मशहूर शायर मौलाना आफताब अहमद ने अपने नात पढ़,तेरी एक निगाह की बात है मेरी जिंदगी का सवाल है,पढ़कर खूब वाहवाही लूट,वही आयोजन के दौरान मौजूद लोगों ने शायर को हुए फूल माला पहनाकर हौसला अफजाई की वही कार्यक्रम की निजामत रज्जब अली ने की
इस दौरान,जामा मस्जिद पेस इमाम रईश खान,शमशाद मिया,अकबर अली,हाजी आशिफ खान,विलाल अली,हसीब,यासीन,इब्राहिम,ऐजाज अहमद,फुरकान चिश्ती,सभासद शरीफ खान,आदि मौजूद रहे