
बोला-हाथ कटवा लो, परिवार का खर्च उठाऊंगा, अब फोन नहीं उठा रहा, करंट से झुलस गया था
आलम खान
झांसी । बिजली का काम करने वाले कर्मचारी के दोनों हाथ कट गए हैं। वह एक कंपनी में सोलर पावर प्लांट लगाने का काम करता था। उसका आरोप है कि इलाहाबाद के अस्पताल में डॉक्टर बिना हाथ काटे उसका इलाज कर रहे थे लेकिन, मालिक पैसा बचाने के चक्कर में उसे जबरन झांसी ले आया।
उसके परिवार का पूरा खर्च उठाने का वादा कर दोनों हाथ कटवा दिए। अब वह उसे देखने तक नहीं आ रहा है। वह पूरे परिवार के साथ रोड पर आ गया है। उसने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
11 हजार वोल्ट के लाइन से लगा था करंट
मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले का रहने वाला कालीचरण, झांसी की रामराजा सोलर पावर कंपनी में काम करता था। कालीचरण ने बताया- “कंपनी को प्रतापगढ़ जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र में सोलर प्लांट लगाने का ठेका मिला था। इसी काम के लिए उसे प्रतापगढ़ भेजा गया था। 29 अक्टूबर को वह यहां काम कर रहा था। इसी दौरान एक मकान की छत के ऊपर से निकली 11 हजार वोल्ट की बिजली की लाइन से उसे करंट लग गया। इस घटना में उसके दोनों हाथ झुलस गए। मालिक उसे इलाहाबाद के कैंटोमेंट जनरल हॉस्पिटल में ले आया। डॉक्टरों ने बताया इलाज लंबा चलेगा। ठीक हो जाएगा लेकिन 1 लाख से अधिक का खर्च आएगा।”
मालिक बोला- हाथ कट जाने दो, तुम्हारी जिम्मेदारी मेरी है
कालीचरण के अनुसार- “मालिक उसे 31 अक्टूबर को इलाहाबाद से झांसी मेडिकल कालेज ले आया। यहां के डॉक्टरों ने उससे कहा घाव ज्यादा हो गया है। दोनों हाथ काटने पड़ेंगे। मालिक ने उसे जब ये बात बताई तो उसने कहा इलाहाबाद के डॉक्टर तो हाथ ठीक करने की बात बोल रहे थे। मैं हाथ नहीं कटवाना चाहता।
मालिक ने उसकी पत्नी के सामने समझाया, कहा कि हाथ कटवा लो। परिवार की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उसे रहने के लिए एक मकान बनवाकर देगा। उसके बच्चे और परिवार का खर्च संभालेगा। उसे हर महीने सैलरी भी देगा। परिवार की पूरी जिम्मेदारी उसकी होगी। काफी समझाने पर वह हाथ कटवाने के लिए तैयार हो गया। डॉक्टरों ने उसी दिन उसके हाथ काट दिए।”
अब मरने के अलावा दूसरा रास्ता नहीं
कालीचरण के मुताबिक- हाथ कटने के बाद ठेकेदार उसे झांसी मेडिकल कालेज से उसके घर ले आया। हर महीने पैसे भेजने का वादा करके चला गया। अब अब वह उसका फोन भी नहीं उठा रहा है। उसने झांसी में थाने पहुंचकर पुलिस से शिकायत की। कहा कि वह अब किसी काम के लायक नहीं बचा। दो बच्चे और पत्नी का खर्च चलाने के लिए कोई विकल्प भी नहीं है। मालिक ने जो वादा कर हाथ कटवाए अब वह भी सुध नहीं ले रहा। ऐसे में उसके पास आत्महत्या के अलावा दूसरा विकल्प नहीं बचा है।
डॉक्टर बोले- केस हिस्ट्री देखने पर मरीज की स्थिति क्या थी बता पाएंगे
झांसी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सुधीर ने बताया कि यहां दर्जनों मरीजों के ऑपरेशन हर दिन होते हैं। ऐसे में संबंधित मरीज की हालत क्या थी, यह कह पाना मुश्किल है। यह तभी स्पष्ट हो सकेगा कि जब मरीज की केस हिस्ट्री सामने आएगी।
पुलिस बोली- आरोपी की कर रहे तलाश
इस मामले में नवाबाद थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित थाने आया था। उसके साथ पुलिस को कंपनी के ऑफिस भेजा गया था लेकिन मालिक नहीं मिला। उसे फोन भी किया लेकिन वह फोन भी नहीं उठा रहा है। अब मामले में पीड़ित को श्रम आयुक्त कार्यालय भेजा गया है ताकि मालिक पर कार्रवाई की जा सके।