
पेपर देकर वापसी के बाद घर नहीं पहुंची थी छात्रा
दो साल से फूफा के घर रह रही थी छात्रा
आलम खान संवाददाता
सूचना पर पुलिस लेती एक्शन, तो शायद छात्रा की बच सकती थी जान
एट पुलिस की मानवीय संवेदना शून्य, सूचना पर भी सुबह का किया इंतजार
मृतका छात्रा के परिजनों ने पुलिस पर खड़े किए सवाल, बोले कोई रिस्पांस नहीं मिला
उरई/कोंच। लापता बीए की छात्रा के शव मिलने की घटना में एट थाना पुलिस की मानवीय संवेदनाएं शून्य नजर आईं।देर शाम छात्रा के परिजनों की सूचना पर भी पुलिस ने सुबह आने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया और परेशान हाल परिवार को थाने से चलता कर दिया। अगर पुलिस रात ही एक्शन मोड में आ जाती तो शायद छात्रा की जान बच सकती थी।
कोंच सर्किल के एट थाना क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले ग्राम अमीटा में सड़क किनारे गुरुवार की सुबह बीए की छात्रा खुशी का शव मिलने पर नींद से जागी एट पुलिस अगर बुधवार देर शाम मृतका छात्रा के परिजनों द्वारा गुमशुदगी की दी सूचना पर त्वरित कार्रवाई करती और घटना स्थल पर जाती तो शायद छात्रा की जान बच सकती थी। और इस घटना को अंजाम देने वाले शायद अपने मकसद में सफल नहीं होते। लेकिन एट थाना प्रभारी विमलेश कुमार ने अपने आराम में खलल से बचने को लेकर ही परिजनों को घंटों थाने पर बैठाया और पूंछताछ करते रहे। फिर सुबह आने की बात कह सभी को थाने से चलता कर दिया।
दिव्यांग भाई को बहन के हाथ समोसे खाने का इंतजार रह गया अधूरा
कोंच। परीक्षा देकर जब खुशी एट आई और उसने फोन पर सूचना दी तब उधर से घर फूफा के दिव्यांग बेटे छात्रा के फुफेरे भाई की आवाज सुनाई दी दीदी मेरे लिए समोसे लाना।वो समोसे खरीद घर नहीं पहुंच पाई। सुबह को घटना स्थल पर एक पालीथिन में कुछ समोसे पुलिस को जांच-पड़ताल में मिले।
छात्रा के आगे-आगे चलने वाला कौन ?
कोंच। छात्रा खुशी नसीरपुर डिग्री कॉलेज से परीक्षा देकर उरई से मैजिक पर सवार होकर एट आई और और लगभग 5:47 पर उसने फोन पर बात कर बताया कि वो अमीटा गांव आ जाएगी।जब छात्रा मुख्य मार्ग पर उतर गांव के लिए पैदल चली तो उसके आगे-आगे कोई युवक चल रहा था।इस बात का खुलासा छात्रा की मौत की सूचना पर गांव के ही एक युवा की मुंह जुबानी है। युवक अपने बर्थडे का केक लेने एट जा रहा था।तब उसने 6:30 पर छात्रा को देखा था। और फिर सुबह उसके शव मिलने की खबर आई।
एसओजी, सर्विलांस और फील्ड यूनिट की मदद से हत्यारे तक पहुंचने की कोशिश
कोंच।बीए की 19 वर्षीय छात्रा खुशी की मौत के रहस्य से पर्दा उठाने को लेकर पुलिस आला अधिकारियों ने एसओजी, सर्विलांस और फील्ड यूनिट की मदद ली है जो हत्यारे तक पहुंचने में मददगार साबित होगी।
एट थाना प्रभारी सोच रहे थे कुछ,हो गया कुछ
कोंच।बीए की छात्रा खुशी के लापता होने की सूचना देने जब उसके फूफा ज्ञानेंद्र सिंह और नाते-रिश्तेदार एट थाने पर पहुंचे तो थाना प्रभारी विमलेश कुमार ने वही पुरानी सोच को लेकर परेशान हाल परिजनों से तरह-तरह के सवाल किए और कभी प्रार्थनापत्र में ये कमी तो कभी ये नहीं लिखा और ऐसा भी हो सकता है पूंछताछ में वक्त बिता दिया और फिर सभी को सुबह आने की बात कह थाने से रूखसत कर दिया। यही थाना प्रभारी की सबसे बड़ी चूक मानी जा रही है। आखिर पुलिस ने सुबह का इंतजार करने की बात क्यों कही।
क्या बोले जिम्मेदार
छात्रा की गुमशुदगी देर रात दर्ज कर ली गई थी। सुबह सूचना मिली तो मै स्वयं और एट पुलिस मौके पर पहुंचे। टीमें गठित की गई है शीघ्र इस घटना का खुलासा किया जाएगा।
डा देवेन्द्र कुमार पचौरी
क्षेत्राधिकारी कोंच