
उन्नाव। सर्दी के प्रकोप ने जिले में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। जनवरी की शुरुआत के साथ ही ठंड ने कड़ा रुख अपना लिया है। दिन भर पड़ रही शीतलहर और घने कोहरे ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सुबह से ही कोहरा आसमान पर छाया रहता है, जिससे दृश्यता बेहद कम हो जाती है। वाहन चालक मजबूरन अपनी गाड़ियों की हेड लाइट जलाकर और पीली पन्नी लगाकर सफर कर रहे हैं, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके। उन्नाव में न्यूनतम तापमान 8°C ओर अधिकतम 19°C तक मापा गया।कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी हो गई है। दोपहिया और चारपहिया वाहन रेंगते हुए आगे बढ़ने को मजबूर हैं। वाहन चालकों को सड़कों पर अत्यधिक सतर्कता बरतनी पड़ रही है। सुबह और देर रात चलने वाले वाहनों की संख्या में भी भारी गिरावट देखने को मिली है।शीतलहर के कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ठंडी हवाओं और कोहरे की वजह से सुबह और रात के समय गलन अधिक महसूस हो रही है।
सुबह के समय तो कोहरा इतना घना हो जाता है कि हाथों की उंगलियां तक सुन्न हो जाती हैं। लोग अलाव के पास बैठकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कंपकंपी थमने का नाम नहीं ले रही। ठंड का असर न केवल इंसानों पर बल्कि बेजुबान जानवरों पर भी पड़ रहा है। सर्दी के कारण वे जगह जगह दुबके हुए देखे जा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में जानवरों को ठंड से बचाने के लिए उनके मालिक अलाव की व्यवस्था कर रहे हैं। कोहरा और धुंध छाई रही, जिससे ठंड और बढ़ गई। गलन ने लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया है। रात आठ नौ बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगता है। लोग खुद को गर्म रखने के लिए घरों में हीटर और आग का सहारा ले रहे हैं।स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को ठंड से बचने की सलाह दी है। चिकित्सकों का कहना है कि ठंड में बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। शरीर को गर्म रखने के लिए ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करें और अलाव के पास बैठने के दौरान सतर्क रहें। इसके अलावा वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें और गाड़ियों की गति धीमी रखें।