Breaking News
June 2, 2025 3:55 pm
News
शिक्षा में योदगान: अदाणी फाउंडेशन ने 6 गाँवों के छात्रों को प्रदान की 4 लाख रुपए से अधिक की छात्रवृत्तिकोंच पुलिस का गुडवर्क: ज्वैलर्स शाप से लूट का खुलासा, पुलिस मुठभेड़ में लुटेरे गिरफ्तार, तीन के पैर में लगी गोलीउपासना वैश्य को विश्व हिंदू महासंघ भारत व्यापार प्रकोष्ठ में राष्ट्रीय सह सचिव पद पर मनोनीत कियामरीजो के लिए परेशानी बना कदौरा सी एच सी कर्म चारी चला रहे सी एच सीनगर में पार्क की सुविधा होते ही बच्चो व युवाओं में उत्साहपरशुराम सेवा समिति का वरिष्ठ नागरिक व मेधावी सम्मान समारोह 29 जून को होगासैनिकों के सम्मान में निकाली गई भारत शौर्य तिरंगा यात्राकड़ी मेहनत लाई रंग, छात्र ने बढ़ाया परिवार और स्कूल का मानभीरा पुलिस की दुर्व्यवहार पूर्ण रवैये से नाराज़ पत्रकारों ने थाने के गेट पर बैठकर किया प्रदर्शननव दिवसीय पंच कुण्डीय श्री राम महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा का भव्य शुभारंभ

प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट को डिजिटल बनाने की प्रक्रिया शुरू

प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट को डिजिटल बनाने की प्रक्रिया शुरू

प्रयागराज स्थित इलाहाबाद हाईकोर्ट, जो उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख न्यायिक केंद्र है, अब डिजिटल रूप में परिवर्तित होने जा रहा है। न्याय प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, तेज और सुविधाजनक बनाने के लिए हाईकोर्ट ने डिजिटल प्रणाली अपनाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। इस पहल से कोर्ट में सुनवाई, दस्तावेजों की फाइलिंग और अन्य कार्यों को तकनीकी दृष्टिकोण से सुव्यवस्थित किया जाएगा, जिससे न्याय प्रक्रिया में गति आएगी और वकीलों, न्यायाधीशों और आम जनता के लिए इसे और अधिक सुलभ बनाया जा सकेगा।

डिजिटल परिवर्तन की आवश्यकता और उद्देश्य

इलाहाबाद हाईकोर्ट में डिजिटल परिवर्तन की आवश्यकता इस बात से स्पष्ट होती है कि न्यायिक कार्यों में समय की बचत, पारदर्शिता और दक्षता की बड़ी भूमिका होती है। इसके तहत कोर्ट की कार्यवाहियों को ऑनलाइन किया जाएगा, जिससे फाइलिंग और सुनवाई के दौरान देरी कम होगी और न्यायधीशों को अधिक सटीक और शीघ्र जानकारी मिल सकेगी। इसके साथ ही, इस डिजिटल प्रणाली से कोर्ट रिकॉर्ड को सुरक्षित और संरक्षित रखा जा सकेगा, जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार के दस्तावेज़ संबंधी विवाद को टाला जा सकेगा।

न्यायिक कार्यों में सुधार

इलाहाबाद हाईकोर्ट के डिजिटल होने से मुकदमों की सुनवाई तेज होगी। अब वकील और पक्षकार आसानी से ऑनलाइन दस्तावेज़ प्रस्तुत कर सकेंगे और डिजिटल सुनवाई में शामिल हो सकेंगे। इससे न केवल सुनवाई का समय कम होगा, बल्कि दूरदराज के इलाकों से भी लोग कोर्ट की प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे, जिससे न्याय सुलभ होगा।

इसके अलावा, हाईकोर्ट में अब डिजिटल कक्ष (e-Courts) की भी शुरुआत की जाएगी, जहां सुनवाई के दौरान सभी संबंधित दस्तावेज़ और फैसले ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। इससे कागजों की कमी और दस्तावेज़ों के खो जाने की समस्या का भी समाधान होगा।

आधुनिक सुविधाएं और तकनीकी विकास

डिजिटल सिस्टम के लागू होने से इलाहाबाद हाईकोर्ट को नए उपकरणों और तकनीकी विकास का लाभ मिलेगा। हाईकोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य आधुनिक उपकरणों के उपयोग से वर्चुअल सुनवाई की प्रक्रिया को सशक्त किया जाएगा। इसके अलावा, ऑनलाइन फैसलों की सुविधा से न्याय के परिणाम को सभी के लिए सुलभ किया जाएगा।

निष्कर्ष

इलाहाबाद हाईकोर्ट को डिजिटल बनाने की प्रक्रिया से न्यायिक कार्यों में न केवल तेजी आएगी, बल्कि यह न्याय प्रणाली में सुधार, पारदर्शिता और सुलभता को भी बढ़ावा देगा। यह कदम पूरे राज्य में न्याय की गति और निष्पक्षता को बेहतर बनाने में मदद करेगा और आम जनता के लिए न्याय प्राप्ति को आसान बनाएगा। इस डिजिटल परिवर्तन से भारत में न्यायिक प्रणाली को एक नई दिशा मिलेगी और यह अन्य कोर्टों के लिए भी एक आदर्श स्थापित करेगा।

 

  • Related Posts

    कोंच पुलिस का गुडवर्क: ज्वैलर्स शाप से लूट का खुलासा, पुलिस मुठभेड़ में लुटेरे गिरफ्तार, तीन के पैर में लगी गोली

    आलम खान विशाल अहमद कैफ़ी गोलियों की तड़तड़ाहट,आपरेशन लंगड़ा के चलते कोंच पुलिस का बड़ा गुड वर्क 15 मई को दिनदहाड़े नवीन ज्वैलर्स शाप पर 6 बदमाशों ने वारदात को…

    उपासना वैश्य को विश्व हिंदू महासंघ भारत व्यापार प्रकोष्ठ में राष्ट्रीय सह सचिव पद पर मनोनीत किया

    प्रवीण सिंह चंदेल कानपुर। गुरु गोरखनाथ एवं विश्व हिंदू महासंघ भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कालिका पीठाधीश्वर महंत सुरेन्द्रनाथ अवधूत महाराज के आशीर्वाद से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ महंत अशोक योगी…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *