
– एलोपैथिक और आयुर्वेद व यूनानी टीम ने की गहनता से जांच-पड़ताल
– खुले में दवा फेंके जाने का नहीं है नियम
– दवा की जांच-पड़ताल करती टीम
आलम खान
जालौन,कोंच। शनिवार को नगर में घनी आबादी में कूढ़े के ढेर पर फेकी गई एक्सपायरी डेट दवा का मामला अफसरों के लिए गले की फांस बन गया है। एसडीएम ज्योति सिंह के सख्त तेवर के चलते दवा की जांच-पड़ताल के लिए गठित टीम ने मौके पर आकर दवा की जांच-पड़ताल की और अपनी रिपोर्ट एसडीएम को सौंपेगी।
शनिवार को पुराने सरकारी अस्पताल में एक्सपायरी डेट दवा के लिए गठित टीम पहुंची। जिसमें टीम ने गहनता से कूढ़े के ढेर पर फेकी गई दवा और नगरपालिका द्वारा जब्त की गई एक्सपायरी डेट दवा बोरियों को खुलवाया और उनके नमूने लिए। मालूम हो कि हथठेला से ले जाई जा रही भारी मात्रा में एक्सपायरी आयुर्वेदिक दवाओं की बोरियां एसडीएम ज्योति सिंह ने पकड़ ली थी। एसडीएम द्वारा कार्यवाही के लिए एक टीम गठित की गई थी। गठित टीम में शामिल ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे, क्षेत्रीय आयुर्वेद यूनानी अधिकारी डॉ वरुण गुप्ता, चिकित्साधिकारी डॉ सत्येंद्र एवं वरिष्ठ सहायक विजय पांडेय मंगलवार को मौके पर पहुंचे और बंद बोरियां खोलकर दवाओं की जांच कर संबंधित दुकानदार सहित आसपास के लोगों से जानकारी हासिल की। टीम ने देर शाम अपनी रिपोर्ट एसडीएम को सौंपे जाने की बात कही है। एक्सपायरी दवा का डिस्पोजल नगर पालिका द्वारा कराया जाएगा। मेडिकल स्टोर संचालक मदन मोहन ने एसडीएम को लिखित प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वह एक्सपायरी दवा डिस्पोजल करने के लिए नगर की सीमा से बाहर ले जा रहा था लेकिन मोहर्रम जुलूस के चलते सड़क पर भीड़भाड़ देख कर हथठेला चलाने वाला व्यक्ति पुराने सरकारी अस्पताल परिसर में दवाएं फेंक कर भाग गया था। बहरहाल एक्सपायरी डेट दवा को जब्त कर भले ही प्रशासन ने जांच शुरू कर रिपोर्ट देने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया हो लेकिन जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच-पड़ताल में जुटी है उससे तो यही लगता है कि मामला रफा-दफा होने का संकेत दे रहा है।
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