
पंकज दुबे
कानपुर।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार को बिधनू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य विभाग की हकीकत को बेनकाब कर दिया। निरीक्षण के दौरान केंद्र पर लापरवाही का ऐसा आलम देखने को मिला कि 5 डॉक्टरों समेत कुल 33 मेडिकल स्टाफ नदारद मिले। यह दृश्य देखकर जिलाधिकारी ने मौके पर ही कड़ा रुख अपनाते हुए अनुपस्थित कर्मचारियों की सूची तलब कर दी और तत्काल प्रभाव से स्पष्टीकरण मांगा।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में लगातार सक्रिय जिलाधिकारी ने जब शनिवार सुबह बिना पूर्व सूचना के बिधनू केंद्र का रुख किया, तो परिसर में सन्नाटा पसरा था। ओपीडी कक्ष बंद थे, लेबर रूम और अन्य महत्वपूर्ण इकाइयों में ताले लटक रहे थे। मरीज और उनके तीमारदार परेशान हाल थे और कोई भी जिम्मेदार जवाब देने वाला नहीं था।
जिलाधिकारी ने कहा, “जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह शर्मनाक है कि एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इस स्तर की गैर-जवाबदेही है। जो भी दोषी हैं, उन पर कठोर कार्रवाई तय है।”
निरीक्षण के बाद जिला प्रशासन ने सीएमओ को तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि भविष्य में ऐसी स्थिति फिर सामने आई, तो सीधी निलंबन और सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।