
केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार पर लगाए गंभीर आरोप।
विपिन सागर
स्वतंत्र हित
कानपुर। कानपुर के एक मामले ने इतना तूल पकड़ लिया है। की जिसको जांच का आदेश दिया है। आरोपी जांच अधिकारी के साथ बैठकर मौज काट रहा है। बीते दिनों हाईकोर्ट इलाहाबाद में फर्जी शपथ-पत्र देकर शैक्षिक योग्यता छिपाकर नौकरी कर रहे केस्को के बाबू विजय त्रिपाठी छात्रपति शाहू महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार के रूम में बैठे मिले शिकायत कर्ता इस बात की सूचना मिली तत्काल मौके पर पहुंच कर शिकायत कर्ता केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले भी वहां पहुँच गए। और आरोपी बाबू को देख भड़क गए मामला तूल पकड़ते देख विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने किसी तरह से समझा बुझा कर केस्को संविदा महामंत्री को भेजा।
आपको बता दें कि यूपीपीसीएल चेयरमैन आशीष कुमार गोयल द्वारा विजय त्रिपाठी पुत्र आर0 एम0 त्रिपाठी की शैक्षिक योग्यता की जाँच कराई जा रही है, जिसमें जांच के नाम पर अभी तक लीपापोती चल रही है। छात्रपति शाहू महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के एसएससी सेल के बाबूओं ने केस्को अधिकारी पी0के0 सिंह को यह मौखिक बताया है, कि विजय त्रिपाठी पुत्र आर0 एम0 त्रिपाठी रोल नंबर 50373 वर्ष 1992 कुल अंक 1350 प्राप्तांक 699 द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण है इसी की लिखित रिपोर्ट परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार को केस्को को भेजनी थी जो बीते कई दिनों से नहीं भेजी जा रही थी ।केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले तुरंत यूपी की राज्यपाल को ईमेल भेजकर छात्रपति शाहू महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के प्रशासनिक भवन का सीसीटीवी कैमरे की फुटेज आज दिनांक 22/04/2025 समय दोपहर 1 से दोपहर 2 बजे तक चेक करके परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार की भूमिका संदिग्ध होने संबंधित आशंका व्यक्त की है। शेष खबर अगले दिन….